राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान लखनऊ के द्वारा दिया गया तीन दिवसीय निर्जलित पुष्प शिल्प पर उन्नत प्रशिक्षण ।
Three-day advanced training on dehydrated flower craft offered by the National Botanical Research Institute, Lucknow.
NBRI लखनऊ के द्वारा फ्लोरीकल्चर मिशन के तहत 29/09/2025 से 01/10/2025 तक तीन दिवसीय निर्जलित पुष्प शिल्प पर उन्नत प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जिसका उद्देश्य महिलाओं को एवम किसानों को आत्मनिर्भर बनाना है, इन तकनीक में पुष्पों को सुखाकर नए नए सामग्री, ग्रीटिंग्स, राखी, इत्र, परफ्यूम, प्राकृतिक रंग, फ्रेम, गुलदस्ते आदि आकर्षक उत्पाद बनाना है जिससे स्वरोजगार के प्रति आत्मनिर्भरता बढ़े । CSIR-NBRI के निदेशक डॉ अजीत कुमार का कहना है कि हमारे देश मे बहुत बड़े-छोटे लाखों मंदिर है जहाँ पर हम रोज फूलों से भगवान की पूजा करते है जिसका उपयोग करने के बाद उनका पुनः उपयोग न होने के बाद हम उन्हें व्यर्थ फेंक देते है, उनका पुनः चक्रण हम उनको सुखाकर ग्रीटिंग कार्ड में अच्छे डिजाइन बना सकते है, लाइवलीहुड में उनके द्वारा लोगों को रोजगार दे सकते है । इस अवसर पर मसूरी से डॉ ज्योति मारवा आयी थी जिनके द्वारा उत्तराखंड के प्राकृतिक उत्पाद से बने स्वनिर्मित परफ्यूम, टिमरू से बना माउथ फ्रेशनर, एल्डर बैरी आदि CSIR-NBRI के निदेशक को उपहार स्वरूप दिया गया । साथ ही मसूरी वन प्रभाग मसूरी से वन दरोगा श्री आनंद सिंह रावत, श्री विवेक डोभाल वन आरक्षी एवम उत्तराखंड से सविता रमोला सेंदुल नैनबाग से श्री उपेंद्र रावत (जलागम प्रबंध निदेशालय देहरादून), सुश्री गीता रावत, श्री रजनीश सिंह (उन्नति शील कृषक पौड़ी) आदि मौजूद रहे ।।
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